एनडीए के पूर्व साथी चंद्रबाबू नायडू [Chandrababu Naidu] ने मिलाया बीजेपी से हाथ 2024 में लड़ेंगे एक साथ चुनाव। साथ ही पवन कल्याण की जेएसपी भी एनडीए गठबंधन में शामिल हो गई है, और 2024 लोकसभा चुनाव यह साथ में लड़ेंगे।
जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे इंडिया गठबंधन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक चालबाजी ने कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन को मुश्किल में डाल दिया है। खबर यह है कि आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू ने एक बार फिर एनडीए के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
पिछले लोकसभा चुनाव में चंद्रबाबू नायडू {Chandrababu Naidu} ने विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश की थी लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी थी। जब से एनडीए से अलग हुए थे चंद्रबाबू नायडू तब से बीजेपी के खिलाफ उन्होंने मोर्चा खोल कर रखा था, और आए दिन वह पार्टी प्रमुखों से मुलाकात कर रहे थे।
पूर्व में उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात किया था, और नीतीश कुमार के साथ मिलकर इंडिया गठबंधन को मजबूत करने की कवायत शुरू की थी। लेकिन अब यह दोनों भारतीय जनता पार्टी के साथी बन चुके हैं। यानी जो कल तक विरोधी हुआ करते थे वह आज साथ लड़कर चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह और तेलुगु देशम पार्टी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू और जन सेवा पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण के साथ दिल्ली में मीटिंग हुई, इस मीटिंग के बाद इस बात का ऐलान किया गया कि तेलुगु देशम पार्टी Chandrababu Naidu और जन सेवा पार्टी एनडीए में शामिल होने जा रही है। टीडीपी के सांसद के. रविंद्र कुमार ने इस बात की जानकारी मीडिया कर्मियों को दी है कि अब हमारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करने जा रही है। और 2024 लोकसभा चुनाव हम साथ मिलकर लड़ेंगे।
इस बैठक में जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण भी शामिल थे। और उन्होंने भी एनडीए में शामिल होने का मुहर लगा दिया है। तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू {Chandrababu Naidu} ने कहा कि हमारी पार्टी पहले से ही एनडीए के साथी दल में मौजूद रहा है। और 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए एक बार फिर हमारे दल के सभी नेताओं ने यह तय किया है कि, इस बार हम अपने साथी यानी भाजपा के साथ चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
हालांकि इंडिया गठबंधन की जब नींव रखी गई थी तब उस समय चंद्रबाबू नायडू भी इंडिया गठबंधन के साथ थे, लेकिन उन्होंने एक बार फिर से पाला बदलते हुए भाजपा एनडीए में शामिल होने का फैसला किया गया है। हालांकि चुनाव के बाद ही यह मालूम हो पाएगा कि इस गठबंधन से उन्हें कोई फायदा है या नहीं।
भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करने के बाद चंद्रबाबू नायडू [Chandrababu Naidu] ने यह दावा किया है कि हमारा भाजपा के साथ जाना यानी आंध्र प्रदेश का लाभ होना। हम भारतीय जनता पार्टी के साथ चुनाव लड़ेंगे तो इसका सीधा फायदा आंध्र प्रदेश को मिलेगा क्योंकि केंद्र की सरकार से हमें उचित सहयोग तभी मिल पाएगा जब हम उनके साथ रहेंगे। आगे अब यह देखने वाली बात होगी कि इस गठबंधन को जनता स्वीकार करती है या नकारती है।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और तेलुगु देश पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और जन सेवा पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण के साथ मीटिंग हुआ इसके बाद तीनों पार्टियों ने सजा प्रेस रिलीज में यह बताया कि प्रधानमंत्री के 10 वर्षों का कार्यकाल बेमिसाल रहा है चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री के 10 वर्षों के कामों को सराहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में देश नई ऊंचाइयों को छुआ है और हमारी पार्टी ने भी यह तय किया है कि इस कार्य में हमारा भी सहयोग हो इसलिए हमने एनडीए के साथ गठबंधन करने का निर्णय लिया है।
तेलुगु देशम पार्टी के मुख्य चंद्रबाबू नायडू [Chandrababu Naidu] ने कहा कि हमारी पार्टी का गठबंधन सन 1996 में पूर्व प्रधानमंत्री माननीय अटल बिहारी वाजपेई जी के प्रयासों पर हुआ था। हमने 2014 में भी साथ मिलकर काम किया और अब एक बार फिर हम सभी मिलकर देश की तरक्की में अपना सहयोग करेंगे।
जन सेवा पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों की सराहना करते हुए उनसे प्रभावित होने की बात कही उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरीके से देश की तरक्की और विकास के लिए कार्य कर रहे हैं उससे देश को शक्ति मिली है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से प्रधानमंत्री जी के योजनाओं का लाभ गरीबों पिछड़ों वंचितों को मिल रहा है वह अपने आप में काबिले तारीफ है कुल मिलाकर दोनों पार्टियों के अध्यक्षों ने भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों की प्रशंसा की और उनसे प्रभावित होकर एक बार फिर से साथ लड़ने का फैसला किया है।
आंध्र प्रदेश में कुल 25 लोकसभा सीटे हैं, जिसमें तेलुगु देशम पार्टी Chandrababu Naidu और जन सेवा पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर समझौता हो गया है। खबरों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी कुल 6 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेगी। वही जनसेना पार्टी को सिर्फ दो ही सीट दी गई है। उसके बाद बचे सभी 17 सीटों पर तेलुगू देशम पार्टी का कैंडिडेट उतारा जाएगा। तीनो पार्टियों की सहमति से यह तय हुआ है।
हालांकि लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव भी नजदीक है। लोकसभा के बाद विधानसभा चुनाव पर भी तीनों पार्टियों में समझौता लगभग तय माना जा रहा है। आंध्र प्रदेश में कुल 175 विधानसभा सीटें हैं जिसमें 135 पर अकेले तेलुगू देशम पार्टी Chandrababu Naidu चुनाव लड़ सकती है। वही बची 30 सीटों में भारतीय जनता पार्टी और जन सेवा पार्टी को अपना प्रत्याशी उतारने का मौका मिल सकता है।
2019 में जब लोकसभा चुनाव हुए थे उस समय 25 लोकसभा सीटों में से अकेले 22 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली वाईएसआर कांग्रेस थी। हालांकि अब यह माना जा रहा है कि उस समय सभी पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ रहा था, इसलिए वाईएसआर कांग्रेस को एकतरफा जीत मिला था। उसी से सब लेते हुए इस बार भारतीय जनता पार्टी ने अन्य दलों को मिलाकर चुनाव लड़ने का प्रयास किया है। हालांकि चंद्रबाबू नायडू ने भी कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन से हमें मजबूती मिलेगी और हम अधिक से अधिक सीट जीतकर आएंगे।
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