Eoectoral Bonds: लोकसभा चुनाव 2024 से चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉन बंद का डिटेल अपनी ऑफिशल वेबसाइट पर पब्लिश कर दिया है। इस लिस्ट में भाजपा सहित दर्जन पार्टी ऐसी हैं जिन्होंने चंदे के रूप में मोटी रकम हासिल की है।
Electoral Bonds
Electoral Bonds: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रोल बॉन्ड (Electroal Bonds) का पूरा डिटेल अपने आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया है। चुनाव आयोग ने इस लिस्ट में किस पार्टी ने कितना चंदा लिया है और कौन से कंपनी ने किसको कितना चंदा दिया है ये सभी ब्यौरा इस लिस्ट में शामिल है।
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए इस सूची में सबसे ज्यादा चंदा लेने वाली राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी है साथ ही कांग्रेस पार्टी शिवसेना तेलुगु देशम पार्टी और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस, जनता दल यूनाइटेड राष्ट्रीय जनता दल और एआईडीएमके, बीआरएस समेत कई ऐसे दर्जनों राजनीतिक दल है जिन्होंने मोटी रकम चंदे के जरिए हासिल कि है।
भारतीय जनता पार्टी को मिला सबसे ज्यादा चंदा
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी ने सबसे ज्यादा चंदा प्राप्त किया है आंकड़े के मुताबिक बीजेपी ने 60,60,51,11,000 रुपए चांदी के जरिए प्राप्त किया है। पिछले लोकसभा चुनाव यानी 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने 19,71,75,01,000 रुपए चंदे के जरिए प्राप्त किया था।
साल 2020 के आंकड़े के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी ने 73,89,00,000 रुपए चंदे के रूप में हासिल किया है। वही बात करें 2021 की तो 2021 में भारतीय जनता पार्टी ने 3,72,99,50,000 रुपए चंदे के जरिए हासिल किए थे। साल 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने 16,76,32,61,000 रुपए हासिल किए है। वहीं वर्ष 2023 में भारतीय जनता पार्टी ने 2,02,00,00,000 रुपए अनुदान के रूप में प्राप्त किया है।
वही इस वर्ष यानी 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने सारे रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 60,60,51,11,000 रुपए चंदे के रूप में हासिल किए है। कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा इतनी मोटी रकम हासिल करने पर सवाल खड़े किए हैं। राहुल गांधी ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स (Electoral Bonds) के जरिए सबसे ज्यादा और सबसे बड़ा भ्रष्टाचार करारा दिया है।
साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा है कि ‘ना खाऊंगा ना खाने दूंगा’ सिर्फ़ ‘भाजपा को खिलाऊंगा’ साथी कांग्रेस के कई ऐसे बड़े नेता हैं जो इस इलेक्टोरल बॉन्ड पर सवाल खड़े कर रहे हैं हालांकि कांग्रेस पार्टी ने भी चंदा लिया है।
ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस है दूसरे नंबर पर
ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस इलेक्टोरल बांड के अनुसार चंदा लेने में भारत की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। चुनाव आयोग के द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस ने 16,09,53,14,000 रुपए चंदे के जरिए हासिल किए है। ममता बनर्जी के तृणमूल कांग्रेस पर कई राजनीतिक दलों ने अधिक चंदा लेने का आरोप लगाया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने बयान में कहा था कि इलेक्टोरल बांड सिर्फ काले धन को समाप्त करने के लिए लाए गए है।
तीसरे नंबर पर कांग्रेस
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए इलेक्ट्रॉनिक बंद के रकमों की संख्या में कांग्रेस पार्टी चंदा लेने में तीसरे नंबर पर है रिपोर्ट के मुताबिक बंद संख्या 3146 द्वारा कांग्रेस पार्टी ने कुल 14,21,86,55,000 रुपए चंदे के रूप में हासिल किए है। कांग्रेस पार्टी भाजपा पर आरोप लगा रही है लेकिन खुद कांग्रेस पार्टी ने कितनी बड़ी संख्या में चंदा इकट्ठा किया है।
बीजू जनता दल को मिला चंदा
उड़ीसा के वर्तमान सरकार में कार्य कर रही बीजेपी यानी बीजू जनता दल ने चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार Electoral Bonds संख्या 861 के तहत 7,75,50,00,000 रुपए चंदे के रूप में प्राप्त किया है।
DMK डीएमके
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक डीएम के पार्टी ने Electoral Bonds संख्या 648 के तहत 6,39,00,000 रुपए चंदे के रूप में प्राप्त किया है।
AAP आम आदमी पार्टी
अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए इलेक्टरल बॉन्ड संख्या 245 के तहत 65 करोड़ 45 लख रुपए चांदी के रूप में प्राप्त किया है। अरविंद केजरीवाल आए दिन पार्टी को चंदा देने की बात करते रहते हैं।
राष्ट्रीय जनता दल RJD
भारतीय चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए (Electoral Bonds) इलेक्टोरल बांड संख्या 150 के द्वारा राष्ट्रीय जनता दल यानी लालू प्रसाद यादव की पार्टी ने 73 करोड़ 50 लख रुपए चांदी के रूप में प्राप्त किए हैं।
शिवसेना
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए इलेक्टोरल बॉन्ड संख्या 354 के मुताबिक शिवसेना ने 1,58,38,14,000 रुपए चंदे के रूप में पाए है।